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** जनपद में एग्री स्टेक योजना अंतर्गत डिजिटल क्रॉप सर्वे में तेजी लाए जाने के साथ ही 06 अप्रैल 2024 तक कार्य पूर्ण करने के दिए निर्देश
** जनपद में रबी फसल के डिजिटल क्राप सर्वे का कार्य 819 राजस्व ग्रामों में प्रारंभ, अब तक 538791 प्लॉट (गाटा) का किया गया सर्वे
** सर्वे में तैनात कार्मिकों द्वारा अब तक कार्य प्रारंभ न करने पर भुगतने होंगे परिणाम, होगी विभागीय कार्यवाही:- जिलाधिकारी
** जनपद में 601687 गाटा (प्लॉट) के सापेक्ष 538791 का किया जा चुका डिजिटल क्रॉप सर्वे, सर्वे से किसानों को होगा लाभ
** क्रॉप सर्वे राजस्व कर्मियों का मूलतः कार्य, सर्वे में सभी राजस्व कर्मियों की सहभागिता होना अनिवार्य:-जिलाधिकारी
** पूरी क्षमता के साथ सर्वे का कार्य कराया जाना सुनिश्चित करें, श्रेष्ठ कार्य करने वालों को किया जाएगा पुरस्कृत
जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने जनपद में एग्रीस्टेक परियोजना के अंतर्गत डिजिटल क्रॉप सर्वे के क्रियान्वयन की ज़ूम ऐप के माध्यम से समीक्षा करते हुए कहा कि अच्छा कार्य करने वालों को प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने सर्वे कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए ताकि कार्य निर्धारित तिथि 06 अप्रैल 2024 तक पूर्ण किया जा सके।
समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि डिजिटल क्राप सर्वे कराने से किसानों की जिंदगी में नये बदलाव आएंगे। उनके उत्पादन का प्रमाणित आंकड़ा आसानी से मिल सकेगा। जिससे कृषकों के आर्थिक विकास उन्नयन एवं कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में नई क्रान्ति आएगी। उन्होंने कहा कि किसानों के रकबे का सही आंकड़ा प्राप्त होने से बैंकों द्वारा किसानों को कृषि निवेश क्रय करने हेतु आसानी से केसीसी जारी हो सकेगा। आने वाले समय में प्रदेश स्तर पर बैठे-बैठे डिजिटल टेक्नोलॉजी के माध्यम से यह पता हो सकेगा कि किसान ने अपने खेत में कौनसी फसल बोई है।
जिलाधिकारी ने *डिजिटल क्राप सर्वे* की समीक्षा के दौरान कहा कि क्रॉप सर्वे राजस्व कर्मियों का मूलतः कार्य है, कृषि विभाग द्वारा केवल सहयोग किया जा रहा है। सर्वे में सभी राजस्व कर्मियों की सहभागिता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लापरवाही और शिथिलता बरतने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ सर्वेयर ने अभी तक आवंटित कार्य प्रारंभ नहीं किया है उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर पंचायतीराज विभाग के कर्मियों का सहयोग लिया जाए। जहां भी डिजिटल क्रॉप सर्वे हो रहा वहां मैनुअल खसरा भरने की जरूरत नहीं है। सर्वे कार्य की सही रिपोर्टिंग राजस्व कर्मियों के काम आसान और बेहतर बनाने के लिए डिजिटल टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर ई-सर्वे कराया जा रहा है। उन्होंने ई-पड़ताल का नाम ई-खसरा (ई-पड़ताल) रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि रबी में एग्री स्टेक योजना अंतर्गत जनपद में अब तक 819 राजस्व गांव की सापेक्ष 807 राजस्व ग्राम में सर्वे का कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। जनपद में 601687 प्लॉट के सापेक्ष 538791 प्लॉट का सर्वे कार्य पूर्ण कर डेटा एकत्रित कर लिया है। उन्होंने कहा कि सर्वे में अच्छा कार्य करने वाले कर्मियों को प्रोत्साहित किया जाए। अच्छा कार्य करने वाले कर्मियों के अनुभवों को अन्य कर्मियों के साथ साझा किया जाये, ताकि अन्य कर्मी भी प्रेरित होकर कार्यों में तेजी लायें। उन्होंने कहा कि जनपद में पूरी क्षमता के साथ युद्ध स्तर पर सर्वे कार्य होना चाहिए। सभी सर्वेयर कार्य करेंगे तभी ई-सर्वे का कार्य 06 अप्रैल 2024 तक पूर्ण हो सकेगा।
जिलाधिकारी ने कार्य की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि 512 सर्वेयरों को तैनात किया गया है सभी अपने क्षेत्र में निर्धारित कार्य कर रहे हैं। उन्होंने समस्त सर्वेयरों को ताकीद करते हुए कहा कि तत्काल आवंटित कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें अन्यथा विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने समीक्षा करते हुए बताया कि कहा कि ई-पड़ताल के तमाम फायदें है। प्राप्त आंकड़ों का उपयोग प्लानिंग टूल के रूप में किया जाएगा, इससे न केवल फसल के सटीक आंकड़ें प्राप्त होंगे और रियल टाइम होंगे, बल्कि किस फसल का उत्पादन कम है या अधिक होगा, इसकी जानकारी पहले से होने से कार्यवाही की जा सकेगी। सटीक रिपोर्टिंग से जनपद के कृषि सेक्टर की जीडीपी भी बढ़ेगी। इसके अतिरिक्त सरकारी सुविधाएं आने वाली किसानों को बार-बार सत्यापन की समस्या से निजात मिलेगी और प्रदेश के लघु एवं सीमांत किसानों को अत्यधिक लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं एग्रीस्टेक के माध्यम से की जा रहे डिजिटल क्राप सर्वे में प्रत्येक खेत का भौतिक सत्यापन कर संपूर्ण जानकारी के साथ खेत की फोटो उसी समय एप के माध्यम से अपलोड कर दी जाएगी।
इसके साथ ही डिजिटल क्रॉप सर्वे में खेत में लगी फसल का नाम, प्रकार, श्रेणी, सिंचाई का विवरण, बुवाई की तारीख, क्रॉप की फोटो, भूखंड का जीआईएस कोऑर्डिनेट्स, क्रॉप सर्वे की तिथि और समय आदि जरुरी जानकारी एप पर दर्ज कर दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि सर्वे में कहीं कोई बड़ी (मेजर) समस्या नहीं है, छोटी मोटी समस्याओं का हेल्प डेस्क द्वारा समाधान कराया जा रहा है। एप के माध्यम से बहुत आसानी से डाटा कलेक्शन हो रहा है।
डिजिटल क्रॉप सर्वे की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा की ई-पड़ताल के माध्यम के तमाम फायदे हैं। प्राप्त आंकड़ों का उपयोग प्लानिंग टूल के रूप में किया जाएगा, इससे ना केवल फसल के सटीक आंकड़े प्राप्त होंगे और रियल टाइम होंगे, बल्कि किस फसल का उत्पादन कम है या अधिक होगा, इसकी जानकारी पहले से होने से कार्यवाई की जा सकेगी। सटीक रिपोर्टिंग से जनपद के कृषि सेक्टर की जीडीपी भी बढ़ेगी।
जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा कि सर्वे कार्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है अतः समस्त अधिकारी कर्मचारी संवेदनशील होकर कार्य करना सुनिश्चित करें उन्होंने कार्य में तैनात समस्त लेखपालों को निर्देशित करते हुए कहा कि कार्य में लापरवाही और शिथिलता बरतने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जूम ऐप के माध्यम से समीक्षा बैठक के दौरान उप कृषि निरेशक एमपी सिंह, जिला कृषि अधिकारी के के सिंह सहित समस्त उप जिलाधिकारी, तहसीलदार एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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